सिर्फ़ और सिर्फ़ तेरा अहसास लगता है Mr.Kumar Shashi 7 years ago 0 सिर्फ़ और सिर्फ़ तेरा अहसास लगता है और नई शायरी पढ़ें अपनी हिन्दी एवं उर्दू भाषा में हमारे इस ब्लॉगर पर :- The spirit of ghazals-लफ़्ज़... Read More
लेती नहीं दवाई "माँ"....✍ Mr.Kumar Shashi 8 years ago 0 लेती नहीं दवाई "माँ", जोड़े पाई-पाई "माँ"। दुःख थे पर्वत, राई "माँ", हारी नहीं लड़ाई "माँ"।... Read More
कुछ नहीं है आज मेरे शब्दों के गुलदस्ते में.. Mr.Kumar Shashi 8 years ago 0 कुछ नहीं है आज मेरे शब्दों के गुलदस्ते में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ भी पढ लिया करो…!! ................. लिखना कठिन नहीं है, गफलत ... Read More
अब तो जज्बातों की अहमियत है.✍Owŋ Fɘɘɭɩŋʛs Wʀɩtɘʀ Mr.Kumar Shashi 8 years ago 0 अब तो जज्बातों की अहमियत है, पैसों का क्या ठिकाना है ! अमीर हर कोई है अब तो उस अमीरी का भी न जाने, कब तक का ठिकाना है !! रखो ख्याल और... Read More
मेरी असली मोह्बत..✍ Unknown 8 years ago 0 हम ने तो किया था सब से मोह्बत ना जाने मेरी असली मोह्बत कोन थी सब से जा जा कर पूछ लिया ग़ालिब ओ भी नहीं बता पाये की मेरी असली मोह्बत... Read More
*मैं और वो*....✍ Unknown 8 years ago 0 गुलमोहर की ठंडी छांव में , लहराता सिमटता सा आंचल , और उसकी आँखें भाव विह्वल । मेंहदी रचे पांव , पायल के बजते घुंघरू हमारी नजरों ... Read More
कोई करिश्मा हो तुम ♡ या हो खुद कुदरत तुम♡.....✍ Unknown 8 years ago 0 मुस्कुराती हो जब तुम, तो फूल खिल उठते हैं... हँसती हो जब तुम, तो गूँजती है कायनात खुशियों से.... बोलती हो तुम जब, तो पंछी चहकते हैं...... Read More
अपने घर के बड़े..✍ Unknown 8 years ago 0 ये जो "छोटू" होते हैं न ? जो चाय दुकानो या होटलों वगैरह में काम करते हैं --- वास्तव में ये अपने घर के "बड़े... Read More
वो शख़्स धीरे धीरे साँसों में आ बसा है....✍ Unknown 8 years ago 0 बन के लकीर हर इक, हाथों में आ बसा है वो मिले थे इत्तेफ़ाक़न हम हंसे थे इत्तेफ़ाक़न अब यूं हुआ के सावन आँखों में आ बसा है काफ़ी थे चंद लम... Read More
Meri Qalam Mere Jazbaat♡#_तन्हा_दिल...✍ Unknown 8 years ago 0 लगभग एक साल के बाद उसका फोन आया। जी भरकर लड़ी........ जी भरकर रोई। फिर रखते-रखते बोली हर बार की तरह इस बार भी व्रत थी और तुम्हारी आ... Read More
तुम माँ हो तुम ऐसा न करो..✍ Unknown 8 years ago 0 l दुःख सह के जो जो सुख पहुचती है .. उस ममता को रुशवा न करो तुम माँ हो तुम माँ हो तुम ऐसा न करो .. तुम ही से इंसान कोये जिस्म मिला ओरे... Read More
Tanha tha ye dil, bebas sare aam kar diya...✍ Unknown 8 years ago 0 Aaj barso baad jab usne hume yaad kar liya... Udte panchi ki cheen li ho raftaar kisi ne... Muskurake mujhko yun barbaad kar diya... ... Read More
Zindagi yun hui basar tanha..✍ Unknown 8 years ago 0 Zindagi yun hui basar tanha Kaafila saath tha aur safar tanha!! Apne saaye se chaunk jaate hain Umra gujri hai is kadar tanha!! ... Read More
माँ मुझे अपने आँचल में छिपा ले गले से लगा ले ..✍ Unknown 8 years ago 0 माँ मुझे अपने आँचल में छिपा ले गले से लगा ले .. कि और मेरा कोई नहीं फिर न सताऊँगा कभी पास बुला ले गले से लगा ले कि और मेरा कोई नहीं मा... Read More
मेरे जीने की वजह..मेरी ज़िन्दगी की ज़रूरत हो तुम..✍ Unknown 8 years ago 0 ख़ुदा की बख़्शी इनायत हो तुम जो कभी न छूटे वो आदत हो तुम मुझको पूरा करती है मोहब्बत तुम्हारी जो कभी न ख़त्म हो वो इबारत हो तुम। मुझे ... Read More
भूख से मारों को कुछ नहीं चाहिऐ ...✍ Unknown 8 years ago 0 भूख से मारों........को कुछ नहीं चाहिऐ ! न मजहब और न ही मजहबों का बैर चाहिऐ !! दे सके उन्हे कोई दो वक्त का निवाला..! वो निवाला लिऐ ह... Read More
कतारें थककर भी खामोश हैं,नजारे बोल रहे हैं...✍ Unknown 8 years ago 0 कतारें थक कर भी खामोश हैं,नजारे बोल रहे हैं। नदी बहकर भी चुप है मगर किनारे बोल रहे हैं। ये कैसा जलजला आया है दुनियाँ में इन दिनों, ... Read More
कुछ अधूरे ख़्वाबों में....✍ Unknown 8 years ago 0 कुछ अधूरे ख़्वाबों में.. भटक गयी है ज़िन्दगी.. कुछ टूटे हुए ज़िद के तारों में.. अटक गयी है.ज़िन्दगी... कुछ लत सी लग गयी वफादारी क... Read More
♡ मेरी ♡माँ .......✍ Unknown 8 years ago 0 हर ख़ुशी अपनी मुझमें ढूँढ लेती है मेरी माँ मुझमें अपनी ज़िन्दगी ढूँढ लेती है हर लम्हा मुझपर वार कर अपना, मेरी माँ अपनी ज़िन्दगी जी... Read More
मेरा खुद का जमीर कहता है मुझे थोड़ा और अमीर कर...✍ Unknown 8 years ago 0 मेरा खुद का जमीर कहता है मुझे थोड़ा और अमीर कर ! अपने दिल पर हाँथ रखकर अपने जमीर को और जमीर कर कश्तियाँ डूब जाऐं भँवर-ऐ-जिंदगी में, तो... Read More
Heart Touching Shayari
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